रात को सोते समय पैरों में जलन क्यों होती है?
स्वास्थ

20 कारण: पैरों में जलन क्यों होती है?

पैरों में जलन होने के बहुत से कारण हैं जैसे अधिक चलना, नंगे पैर घूमना, सही नाप के जूते न पहनना, अधिक देर तक खड़े रहना, पैर में चोट लगना या कोई नस खींच जाना इत्यादि।
इन सब कारणों की वजह से अगर पैरों में जलन हो रही है तो यह आराम करने से या कुछ समय बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है।

आंत में सूजन क्यों आती है
स्वास्थ

आंत में सूजन के लक्षण क्या हैं?

आंत में सूजन के लक्षण, आंत में सूजन आने को Enteritis कहते हैं और इसके कारण आंत अपना काम सही से नहीं कर पाती और पूरा का पूरा पाचन तंत्र प्रभावित हो जाता है। आंत में सूजन होने पर सबसे पहला लक्षण पेट में दर्द का दिखाई देता है।

बच्चों में वायरल बुखार के लक्षण
स्वास्थ

वायरल बुखार के लक्षण क्या हैं

वायरल बुखार का सबसे बड़ा लक्षण शरीर का बढ़ा हुआ तापमान है। वायरल बुखार होने पर शरीर का तापमान 100°F तक या इससे ऊपर पहुंच जाता है। वायरल बुखार होने पर सिर दर्द और शरीर में तेज दर्द होता है। प्रकाश और तेज आवाज से इरिटेशन होने लगती है और कुछ भी काम करने में शरीर में दर्द शुरू हो जाता है। पूरा शरीर टूटता हुआ सा महसूस होता है और मांशपेशियों में दर्द बना रहता है।

नाक से खून आना
स्वास्थ

नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है

नाक से खून आने को Epistaxis कहते हैं और यह किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। 80% मामलों में यह हानिरहित होती है और इसको लेकर अधिक चिंतित नहीं होना चाहिए। लेकिन कुछ मामलों में यह किसी बीमारी का लक्षण हो सकती है। आईए समझते हैं की नाक से खून आना किस बीमारी का लक्षण है?

ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से शादी क्यों की
धर्म

ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया

ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह क्यों किया, कुछ लोग बोलेंगे की सरस्वती पुराण में लिखा है की ब्रह्मा जी ने अपनी पुत्री से विवाह किया जबकि सच यह है की हमारे 18 पुराणों में से सरस्वती पुराण के नाम से कोई पुराण है ही नहीं।

फेफड़े के कैंसर के लक्षण
स्वास्थ

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण, कैंसर में हमारे शरीर की कोशिकाएं (cells) बहुत तेजी से और अनियंत्रित वृद्धि करना शुरू कर देती हैं। जिसके कारण वह अंग क्षतिग्रस्त होने लगता है और सही समय पर ईलाज ना करवाने पर यह उस अंग को तो नष्ट कर ही देता है साथ में उसके आस-पास के अंगो को भी अपने चपेट में लेना शुरू कर देता है।

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