फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

मरीज में फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण पता करना बहुत ही जरूरी होता है ताकी मरीज का समय पर ईलाज शुरू हो सके और मरीज की जान बचाई जा सके।

लेकिन अधिकतर मामलों में यह देखा गया है की मरीज या मरीज के परिजन फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण को पहचान नहीं पाते और इन पर ध्यान नहीं देते हैं जिसके कारण कैंसर नियंत्रण के बाहर हो जाता है।

आईए समझते हैं की मरीज में फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या होते हैं?

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण

कैंसर में हमारे शरीर की कोशिकाएं (cells) बहुत तेजी से और अनियंत्रित वृद्धि करना शुरू कर देती हैं।

जिसके कारण वह अंग क्षतिग्रस्त होने लगता है और सही समय पर ईलाज ना करवाने पर यह उस अंग को तो नष्ट कर ही देता है साथ में उसके आस-पास के अंगो को भी अपने चपेट में लेना शुरू कर देता है।

फेफड़े का कैंसर मुख्यता दो प्रकार का होता है पहला Non Small Cell Lung Cancer (NSCLC) जो लगभग 85% लोगों को होता है और Small Cell Lung Cancer (SCLC) जो लगभग 15% लोगों को होता है।

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण निम्न होते हैं

लगातार खांसी

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण में खांसी बहुत ही सामान्य सा लक्षण है जो दर्शाता है की आपको कैंसर हो सकता है।

फेफड़े के कैंसर में मरीज को लगातार खांसी आती है जो समय बीतने के साथ ही बढ़ती जाती है। 

इसमें आप कितनी भी दवाई पी लें आपको खांसी में आराम नहीं मिलता है।

फेफड़े के कैंसर में खांसते समय बलगम के साथ कभी-कभी लाल रंग या हल्का गुलाबी रंग का थक्का भी आ जाता है।

सांस फूलना या सांस लेने में दिक्कत

फेफड़े का कैंसर होने पर मरीज की सांस फूलने लगती है या सांस लेने में परेशानी महसूस होती है।

फेफड़े का कैंसर जब बढ़ने लगता है तो वह वायु मार्ग को अवरूद्ध करने लगता है जिसकी वजह से फेफड़े में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड का एक्सचेंज नहीं हो पाता और मरीज की सांस फूलने लगती है।

सीने में दर्द

फेफड़े में कैंसर होने पर मरीज को सीने में तेज दर्द महसूस होता है जो कई बार लंबे समय तक रहता है और कई बार थोडी-थोडी देर में हुआ करता है।

जिस जगह फेफड़े में ट्यूमर की लोकेशन होगी उसी जगह या उसके आस-पास दर्द ज्यादा महसूस होगा।

अचानक से वजन कम होना

कैंसर होने के प्रमुख लक्षणों में एक है अचानक से वजन कम होना और यही लक्षण फेफड़े के कैंसर में भी दिखाई देता है।

मरीज का वजन अचानक से बहुत कम हो जाता है क्योंकि कैंसर सेल बहुत सारी एनर्जी इस्तेमाल करते हैं खुद की वृद्धि करने में।

थकान

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण में थकान भी एक प्रमुख लक्षण हैं।

फेफड़े में कैंसर होने पर मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पूरी तरह से नहीं जा पाती जिसकी वजह से सेल्स अपना काम ढंग से नहीं कर पाते और मरीज को अधिक थकान महसूस होती है।

आवाज में बदलाव

फेफड़े के कैंसर में मरीज के आवाज में बदलाव आने लगता है और आवाज भारी या फटी-फटी सी बैठी हुई निकलती है।

फेफड़े के कैंसर में मरीज का स्वर तंत्र (Larynx) पर दबाव पड़ता है और आवाज बदलने लगती है।

फेफड़े का इन्फेक्शन

फेफड़े के कैंसर में मरीज को फेफड़ों में बार-बार इन्फेक्शन की समस्या से जूझना पड़ता है।

मरीज को निमोनिया या ब्रोंकाइटिस बार-बार होने लगते हैं।

फेफड़े के कैंसर के मरीजों में यह इन्फेक्शन सामान्य ईलाज से ठीक नहीं होते और लंबे समय तक रहते है।

घरघराहट की आवाज आना

फेफड़े के कैंसर में मरीज के सीने से घरघराहट की आवाज सुनाई देती है।

यह आवाज ठीक उसी तरह से होती है जैसे अस्थमा या COPD के मरीजों में आती है।

इसका मुख्य कारण श्वास नली में रुकावट होता है जो ट्यूमर के कारण पैदा होती है।

निगलते में दिक्कत होना

फेफड़े के कैंसर में मरीज को कुछ भी निगलने में बहुत दिक्कत होती है।

इसके साथ ही कई बार मरीज को कुछ भी निगलने में दर्द भी होने लगता है।

फिंगर क्लबिंग (Finger Clubbing)

कैंसर के मरीजों का सबसे सामान्य सा लक्षण फिंगर क्लबिंग है जिसमें नाखूनों के आकार में परिवर्तन हो जाता है और नाखून गोल से और सूजे हुए से लगते हैं।

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण की जांच

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षणों को पता करने के लिए निम्न जांचें बहुत ही सहायक होती हैं जैसे

  • सीने का X-ray
  • PET टेस्ट
  • बायोप्सी
  • लो डोज कंप्यूटेड टोमोग्राफी (LDCT)

फेफड़े के कैंसर के शुरुआती लक्षण दिखने पर आपको बिना देर किए अपने डॉक्टर से संपर्क करके ऊपर लिखी गईं जांचें अवश्य करवा लेनी चाहिए।

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