बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी का लक्षण है यह जानने से पहले हमको ये समझना होगा कि बार बार पेशाब क्यों आती है और इसका कारण क्या होता है?
बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी का लक्षण है
एक दिन में स्वस्थ व्यक्ति औसतन 6 से 7 बार पेशाब जाता है। पेशाब हमारे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने का काम करती है।
पेशाब में पानी, यूरिक एसिड, यूरिया और अन्य विषाक्त पदार्थ होते हैं। बार-बार पेशाब आने का कारण कुछ बीमारियां और इन्फेक्शन होता है।
अगर व्यक्ति 7 बार से अधिक पेशाब जाता है तो इसके दो मतलब होते हैं या तो उसने दिन भर में 2 लीटर या इससे ज्यादा तरल पदार्थ पिया है या उसे कोई बीमारी है।
अगर व्यक्ति को पेशाब करने के एक घंटे के भीतर दोबारा पेशाब के लिए जाना पड़ता है तो यह भी बीमारी का लक्षण होता है।
मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI)
बार बार पेशाब आने का एक मुख्य कारण UTI होता है। मूत्र मार्ग संक्रमण महिलाओं में अधिक होता है। इसमें बार बार पेशाब लगती है और पेशाब करते वक्त जलन या दर्द भी होता है।
ऐसे लक्षण दिखाई पड़ने पर आपको डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना चाहिए अन्यथा यह किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है।
डायबिटीज
इन्सुलिन एक हार्मोन होता है जो कोशिकाओं को ग्लूकोज अवशोषित करने में सहायता करता है।
डायबिटीज होने पर इन्सुलिन या तो बनता नहीं है या बहुत कम मात्रा में बनता है जिसकी वजह से ग्लूकोज कोशिकाओं द्वारा अवशोषित नहीं होने पाती और ब्लड में आ जाती है।
किडनी ब्लड में बढ़े हुए इस ग्लूकोज को शरीर से बाहर निकालने के लिए अधिक काम करती है और इसी वजह से हमें बार बार पेशाब लगती है।
ग्लूकोज की बढ़ी हुई मात्रा पेशाब में भी पाई जाती है। अगर आपको बार बार पेशाब लग रही हो तो आपको डायबिटीज की जांच अवश्य करवानी चाहिए।
प्रॉस्टेट में समस्या
प्रॉस्टेट ग्रंथि का आकार जब बढ़ जाता है तो यह ब्लैडर की पेशाब को संचित करने की क्षमता को प्रभावित कर देता है।
जिसकी वजह से बार बार पेशाब लगती है, प्रॉस्टेट की समस्या होने पर तुरंत इसका ईलाज करवाना चाहिए अन्यथा ये कैंसर जैसी बीमारी भी कर सकती है। प्रॉस्टेट की समस्या पुरुषों को होती है।
गर्भावस्था
प्रेग्नेंसी होने पर यूटरस का आकार बड़ा हो जाता है जिसकी वजह से यह अन्य अंगों खासकर ब्लैडर को दबाती है जिस कारण गर्भवती महिलाओं को बार बार पेशाब लगती है।
ओवर एक्टिव ब्लैडर (OAB)
ओवर एक्टिव ब्लैडर एक ऐसी कंडीशन होती है जिसमें मरीज को बार बार पेशाब लगती है। इसमें मरीज को थोड़ी सी पेशाब होगी और फिर थोड़ी देर में दुबारा पेशाब लग जायेगी। यह ब्लैडर की मांशपेशीय संकुचन के कारण होता है। इसमें मरीज का ब्लैडर से नियंत्रण कमजोर होने लगता है और संकुचन के कारण मरीज को बार बार पेशाब लगती है।
दवाईयां
कुछ दवाइयों के सेवन से बार बार पेशाब लगती है ऐसी दवाईयो को ड्यूरेटिक्स (Diuretics) या वॉटर पिल्स भी कहते हैं।
अगर आप ऐसी दवाइयों का सेवन कर रहे हैं तो आपको बार बार पेशाब की दिक्कत आ सकती है।
यह अधिकतर हार्ट के मरीज, किडनी के मरीज, लिवर के मरीज, सूजन आने पर और वजन कम करने वाले मरीजों को लिखी जाती है।
चाय, कॉफी या शराब का सेवन
जो लोग चाय, कॉफी और शराब का सेवन अधिक करते हैं उनको बार बार पेशाब लगती है। इस तरह के तरल पदार्थ ब्लैडर को स्टिमुलेट करते हैं जिसकी वजह से बार बार पेशाब लगती है।
ब्लैडर में ट्यूमर या कोई गांठ
ब्लैडर या पेल्विक एरिया में कोई ट्यूमर या गांठ हो जाती है तो उस कंडिशन में मरीज को बार बार पेशाब लगती है। ऐसे में अल्ट्रासाउंड करवा कर डॉक्टर से सलाह अवश्य लेना चाहिए।
यौन संक्रमित इन्फेक्शन (UTI)
यौन संक्रमित इन्फेक्शन (UTI) होने पर बार बार पेशाब लगती है। यह बॉडी का एक प्राकृतिक तरीका होता है जिसकी सहायता से शरीर बैक्टीरिया या वायरस से निजात पाने का प्रयास करता है और इस वजह से मरीज को बार बार पेशाब लगती है।
स्ट्रोक या अन्य तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्या
स्ट्रोक होने पर या किसी नए न्यूरोलॉजिकल समस्या होने पर दिमाग का ब्लैडर से नियंत्रण कमजोर हो जाता है और इस वजह से मरीज को बार बार पेशाब करने की ईच्छा करती है।
हाईपरकैल्सेमीया (Hypercalcemia)
हाईपरकैल्सेमीया मतलब शरीर में कैल्शियम की अधिक मात्रा होना।
हाईपरकैल्सेमीया में ब्लड में कैल्शियम की मात्रा बढ़ जाती है जिससे छुटकारा पाने के लिए हमारा शरीर पेशाब के रास्ते इसे बाहर निकालने की कोशिश करता है। इस वजह से मरीज को बार-बार पेशाब लगती है।
अन्य कारण
इसके अलावा कुछ अन्य कारण भी हैं जिनकी वजह से बार-बार पेशाब लगती है जैसे किडनी का संक्रमण, उम्र बढ़ने के साथ साथ भी बार-बार पेशाब लगने लगती है और जो लोग दिन भर में 3 लीटर से अधिक पानी पीते हैं उनको भी बार-बार पेशाब लगती है।
यह भी पढ़ें 👇👇👇