जब भी हम CBC ब्लड टेस्ट करवाते हैं तो उसका एक महत्वपूर्ण पैरामीटर होता है MPV जो की प्लेटलेट्स के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करता है।
हाई या लो MPV का होना हमारे शरीर की कई सारी बीमारियों को बताता है। आईए विस्तृत जानकारी लेते हैं MPV के बारे में
MPV क्या होते हैं – MPV Blood Test in Hindi
MPV का मतलब होता है Mean Platelets Volume और MPV टेस्ट की सहायता से हम प्लेटलेट्स का आकार देखते हैं।
MPV प्लेटलेट्स का औसत आकार बताता है और इसके आकार का कम या ज्यादा होना किसी रोग का लक्षण हो सकता है।
प्लेटलेट्स देखने में बिल्कुल प्लेट्स की तरह होते हैं इसीलिए इनको प्लेटलेट्स कहा जाता है और इनका हमारे शरीर में मुख्य काम ब्लड को जमने में सहायता करना होता है।
प्लेटलेट्स खून के सबसे छोटे कण होते हैं और इनका नॉर्मल आकार 8.9 fL से 11.8 fL तक होता है।
जो प्लेटलेट्स नए बने होते हैं उनका आकार अधिक होता है और जो पुराने होते हैं उनका आकार कम होता जाता है।
प्लेटलेट्स का जीवन काल 10 दिन तक का होता है और बनने के 10 दिन के भीतर ये नष्ट हो जाते हैं।
प्लेटलेट्स को थ्रंबोसाइट्स (Thrombocytes) भी कहते हैं। प्लेटलेट्स हमारे बोन मैरो में बनता है।
MPV बढ़े होने का कारण
MPV अधिक होना यह बताता है की आपके शरीर में नए प्लेटलेट्स अधिक बन रहे हैं और अधिक प्लेटलेट्स बनना दर्शाता है
- आप किसी चोट से ठीक हो रहे हैं
- हाल फिलहाल में कोई ऑपरेशन हुआ है
- ब्लड लॉस हुआ है किसी वजह से
इसके अलावा यह कुछ अन्य बीमारियां भी बताता है जैसे
- डायबिटीज
- हार्ट की बीमारी
- लिवर की बीमारी
- थायराइड में समस्या
- शरीर में इंफेक्शन
- शरीर में कोई इंफ्लामेशन वाली बीमारी
- खून जमने संबंधी कोई समस्या
अगर ब्लड टेस्ट में हाई MPV आता है तो इसमें तीन चीजें देखी जाती हैं
हाई MPV और कम प्लेटलेट्स
हाई MPV और कम प्लेटलेट्स कई कारणों से हो सकता है जैसे
- अपलास्टिक एनीमिया
- बोन मैरो डिसऑर्डर (MDS)
- ऑटो इम्यून बीमारी
- रेडिएशन थैरेपी
- वायरल इंफेक्शन जैसे हेपेटाइटिस C या एचआईवी
- कीमोथैरेपी
- मूत्र वर्धक दवाईयां (Diuretics)
- लिवर सिरोसिस
- अनुवांशिक बीमारी जैसे TAR सिंड्रोम
हाई MPV और हाई प्लेटलेट्स
- किडनी की लंबी बीमारी
- कैंसर
- आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
- ऑटो इम्यून बीमारी
- शरीर में कोई इंफेक्शन
- कोई चोट या सर्जरी
हाई MPV और नॉर्मल प्लेटलेट्स काउंट
- हृदय की कोई बीमारी
- स्प्लीन (तिल्ली) की सर्जरी
- ऑटो इम्यून बीमारी
- विटामिन B और आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
- कीमोथेरपी
- शरीर में कोई इंफेक्शन
- शरीर में इंफ्लामेशन
- बोन मैरो की कोई बीमारी
MPV कम होने का कारण
MPV कम होने का मतलब है की शरीर में नए प्लेटलेट्स कम बन रहे हैं। इसमें भी तीन चीजें देखी जाती हैं
लो MPV और लो प्लेटलेट्स
- सेप्सिस
- कोई अनुवांशिक बीमारी
- एंटी प्लेटलेट्स दवाई का प्रभाव
- खून जमने संबंधी कोई बीमारी
- एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन
- कैंसर ट्रीटमेंट
- ऑटो इम्यून बीमारी
- वायरल इंफेक्शन
- लिवर सिरोसिस
- बोन मैरो संबंधी कोई बीमारी
लो MPV हाई प्लेटलेट्स काउंट
- चोट या सर्जरी
- बोन मैरो की कोई समस्या
- लंबे समय से चली आ रही कोई इंफ्लामेशन या इंफेक्शन संबंधी समस्या
- स्प्लीन (तिल्ली) की सर्जरी
- आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
- बोन मैरो द्वारा प्लेटलेट्स का अधिक बनना
लो MPV और नॉर्मल प्लेटलेट्स
- ऑटो इम्यून बीमारी
- स्प्लीन (तिल्ली) की सर्जरी
- बोन मैरो की कोई समस्या
- स्प्लीन (तिल्ली) का बढ़ा हुआ होना
- अनुवांशिक बीमारी
- आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया
- दर्द निवारक दवाओं का सेवन
- ग्रे प्लेटलेट्स सिंड्रोम Gray platelet syndrome (GPS)
MPV टेस्ट के परिणाम को कौन-कौन सी चीजें प्रभावित करती हैं
कई बार ऐसा होता है की मरीज का MPV हाई आता है या Low आता है लेकीन मरीज को कोई बीमारी नहीं होती है। इसके कई कारण हो सकते हैं जैसे
- पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का MPV हाई रहता है
- शराब सिगरेट और तंबाकू का सेवन करने वालों का भी MPV हाई रहता है
- हाई ब्लड प्रेशर के कारण भी MPV हाई होता है
- मधुमेह के कारण भी MPV हाई हो जाता है
- गर्भनिरोधक गोलियां भी MPV के स्तर को बढ़ा देती हैं
- पीरियड्स के समय भी MPV हाई हो जाता है
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने वाली दवाइयों (Statins) के सेवन से MPV कम हो जाता है