मल्टीबैगर स्टॉक भाग 1: आज का स्टॉक Ujjivan Small Finance Bank

हम आपके लिए हमेशा ऐसे मल्टीबैगर स्टॉक खोज कर लाते हैं जो आपके पोर्टफोलियो की वैल्यू बढ़ाते हैं।

आज हम आपको एक ऐसे मल्टीबैगर स्टॉक के बारे में बताएंगे जिसकी कीमत केवल 50 रुपए है और आने वाले समय में ये मल्टीबैगर स्टॉक आपको कई गुना रिटर्न दे सकता है।

प्राईवेट बैंक का है ये मल्टीबैगर स्टॉक

आज हम जिस स्टॉक की बात करने वाले हैं वो एक प्राईवेट बैंक है और इस मल्टीबैगर स्टॉक का नाम है उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक (Ujjivan Small Finance Bank) और आज की डेट (जून 20024) में यह स्टॉक 50 रुपए की कीमत पर उपलब्ध है।

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मल्टीबैगर स्टॉक को कैसे पहचाने?

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के फंडामेंटल बहुत ही स्ट्रॉन्ग है और इसमें हर वो क्वॉलिटी है जो एक स्टॉक को मल्टीबैगर बना सकती है।

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का इतिहास

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक की शुरुआत 2005 में एक NBFC के रूप में हुई थी और बाद में 2017 में इसको एक बैंक के रूप में RBI से लाइसेंस मिल गया था।

2019 में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का IPO लॉन्च हुआ था और यह 170 गुना ओवर सब्सक्राइब हुआ था।

फंडामेंटल एनालिसिस

किसी भी मल्टीबैगर स्टॉक के फंडामेंटल एनालिसिस में कुछ फैक्टर्स बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं और यही फैक्टर्स ये जानने में सहायता करते हैं की कंपनी कैसी है, कंपनी का मैनेजमेंट कैसा है और भविष्य में कंपनी कैसा परफॉर्म करेगी।

मार्केट कैप: उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का मार्केट कैप लगभग 9570 करोड़ रुपए का है।

PE Ratio: उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का PE Ratio 7.47 है। PE Ratio का मतलब होता है Price to Earning Ratio और आम तौर पर भारत PE Ratio 12 से 20 के बीच में अच्छा माना जाता है।

इस स्टॉक का PE Ratio अभी 12 से कम है इसलिए इस स्टॉक की कीमत में भविष्य वृद्धि होने की काफी संभावना है।

हालांकि PE Ratio के लिए ऐसा कोई नियम नहीं है बहुत सारे फैक्टर्स हैं जो कंपनी के स्टॉक पर प्रभाव डालते हैं।

PEG Ratio: इसका मतलब होता है Price Earning to Growth Ratio और किसी भी कंपनी का PEG Ratio 1 से कम हो तो बहुत अच्छा माना जाता है।

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का PEG Ratio 0.42 है जो की बहुत अच्छा है।

PEG Ratio अगर 1 से कम है तो माना जाता है की कंपनी के शेयर अभी अच्छी ग्रोथ दिखा सकते हैं और यदि PEG Ratio 1 से अधिक है तो इसका मतलब है की कंपनी के शेयर की कीमत अभी काफी ज्यादा है और इसको लेने में रिस्क हो सकता है।

ROE: इसका मतलब होता है Return on Equity और कंपनी का अभी का ROE 23.13% है।

भारत में किसी भी कंपनी का ROE 20 से ऊपर अच्छा माना जाता है।

इसका मतलब ये हुआ की उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक हर 1 रुपए के इन्वेस्टमेंट पर 23.13 पैसे कमा लेती है।

ROE निकालने के लिए कम्पनी की नेट इनकम को शेयरधारकों के शेयर से भाग दे दिया जाता है।

नेट इनकम को ही PAT (Profit after Tax) कहा जाता है। ROE = Net Income / Total Equity

ROA: ROA का मतलब होता है Return on Assets और 5% से ऊपर के ROA को अच्छा माना जाता है।

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का ROA 3.17% है।

आमतौर पर नई या ग्रोइंग कम्पनी का ROA कम होता और यह दर्शाता है की भविष्य में कम्पनी ग्रोथ दे सकती है।

PB वैल्यू: PB वैल्यू को Price to Book Value कहते हैं।

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक का PB वैल्यू 1.73 है और आमतौर पर 1 से कम PB वैल्यू को अच्छा माना जाता है।

हालांकि बहुत सारे एक्सपर्ट 3 से कम PB वैल्यू को अच्छा मानते हैं।

PB वैल्यू यह बताता है की शेयर अंडरवैल्यूड है या ओवरप्राइसड है।

डिविडेंड यील्ड: जब कोई कम्पनी अपने लाभ में से कुछ हिस्सा अपने शेयर धारकों को देती है तो यह डिविडेंड यील्ड कहलाता है।

अच्छी कम्पनी अपने शेयर धारकों को हर साल डिविडेंड देती हैं।

उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक ने 2023 में अपने शेयर धारकों को 1.50 रुपए प्रति शेयर का डिविडेंड दिया था।

2024 में अभी इसका डिविडेंड आना बाकी है।

शेयर की हिस्सेदारी का पैटर्न

मार्च 2024 तक उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक के शेयर की हिस्सेदारी कुछ इस तरह थी

FII : 3.49%

म्यूचुअल फंड: 0.58%

इंश्योरेंस कंपनियां: 0.76%

DII: 1%

प्रमोटर्स: 73.52%

रिटेलर्स: 20.67%

कम्पनी के स्टॉक क्यों बढ़ सकते हैं

कम्पनी का EPS 1.71 (Q) है

कम्पनी का PAT 329 करोड़ (Q) है

कम्पनी ने 1528 करोड़ (Q) का ब्याज कमाया है

कम्पनी का NII 933.54 करोड़ (Q) है

कम्पनी के स्टॉक बढ़ने में क्या दिक्कत आ सकती है

कम्पनी का नेट NPA 0.28% (Q) है

कम्पनी की नॉन ऑपरेटिंग इनकम (Q) 53% है प्रॉफिट बिफोर टैक्स का जो की चिंता की बात हो सकती है।

स्टॉक टारगेट

सारे एनालिसिस और करेंट मार्केट को ध्यान में रखते हुए मेरे अनुसार उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक आगे आने वाले 3 साल में कम से कम 300 या इससे भी अधिक जा सकता है।

अगर मार्केट में कोई बहुत बड़ा स्कैम या क्राइसिस नहीं आया अथवा भारत किसी के साथ युद्ध में शामिल नहीं हुआ तो ये मल्टीबैगर स्टॉक दिए गए टारगेट पर समय से पहले भी पहुंच सकता है।

नोट: यहां दिए गए सुझाव मेरे द्वारा बारीकी से एनालिसिस किए गए हैं फिर भी त्रुटि होने की संभावना है इसलिए कोई भी इन्वेस्टमेंट करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से विमर्श जरुर करें।

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