मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेटी से शादी क्यों की थी इस बात का उल्लेख फ्रांस के मशहूर इतिहासकार फ्रैंकोइस बर्नियर, जो शाहजहां के समय में भारत आए थे उन्होंने अपनी प्रसिद्ध किताब “ट्रेवल्स इन द मुगल एंपायर” में भी किया है।
मुमताज की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया था शाहजहां
मशहूर इतिहासकार जादूनाथ सरकार ने अपनी किताब “स्टडीज इन मुगल इंडिया” में लिखा है की मुमताज की मौत शाहजहां के 14 बच्चे गौहर आरा को जन्म देते समय हो गई थी।
मुमताज की मृत्यू के बाद शाहजहां पागल सा हो गया था। जेड ए देसाई ने अपनी किताब “शाहजहांनामा ऑफ इनायत खां” में लिखा है की मुमताज की मौत के पहले अगर शाहजहां को अपने एक भी बाल सफेद दिखाई देता था तो वो उसे उखड़वा देता था।
लेकिन मुमताज की मौत के बाद 10 दिन में ही उसके सारे बाल सफेद हो गए थे।
वह पागलों की तरह बना रहता था और इतना रोता था की उसकी आंखे कमजोर हो गई थी। उसने संगीत और रंगीन कपड़े तक त्याग दिए थे।
जहांआरा से निकाह कैसे हुआ
मुमताज की मौत के बाद शाहजहां पूरी तरह जहांआरा पर निर्भर हो गया था। जहांआरा अपनी मां मुमताज की तरह बहुत ही खूबसूरत थी और बिल्कुल अपनी मां की तरह ही दिखाई देती थी।
जहांआरा बहुत ही विद्वान और मृदुभाषी थी, लेकिन शाहजहां को जहांआरा में मुमताज दिखाई देती थी इसलिए वह पूरा का पूरा दिन जहांआरा के साथ ही व्यतीत करता था।
उसने जहांआरा की शादी भी नहीं होने दी और वह जहांआरा पर इतना आसक्त हो गया की उसने जहांआरा से निकाह का फैसला किया।
इस बात का दरबारियों ने पुरजोर विरोध किया लेकीन तब शाहजहां ने कहा की ” किसी को भी अपने लगाए गए पेड़ के फल खाने का अधिकार है”।
कहा जाता है की शाहजहां ने चुपचाप जहांआरा से निकाह कर लिया था ताकि विरोध ना हो और जहांआरा ने भी कोई विरोध नहीं किया क्योंकि वह अपने पिता की दुर्दशा देखकर परेशान हो गई थी।
जहांआरा का शासन में योगदान
जहांआरा बहुत ही योग्य लड़की थी और जहांआरा शासन में कई महत्वपूर्ण फैसले लेती थी। शाहजहां ने अपना निकाह को छुपाने के लिए जहांआरा को पादशाह बेगम जैसा बड़ा पद दिया था।
मुगलों में पादशाह बेगम का पद बहुत ही बड़ा माना जाता था। आज की पुरानी दिल्ली और चांदनी चौक जहांआरा की देखरेख में ही बना था।
जहांआरा और शाहजहां के निकाह के संबंध में विवाद
शाहजहां के दरबारियों और पूरे राज्य में यह चर्चा थी की शाहजहां ने जहांआरा से निकाह कर लिया है। कई इतिहासकार जो शाहजहां के समय में महल घूमने गए थे उन्होंने ने भी अपनी किताब में इसका उल्लेख किया है की शाहजहां ने जहांआरा से निकाह कर लिया था।
शाहजहां की मृत्यू के बाद यह बातें खुलकर सामने आने लगी और इसीलिए औरंगजेब अपने पिता शाहजहां से नफरत करता था और उसने तो शाहजहां को कैद में डाल दिया था।
कई लोग ये मानते हैं की शाहजहां ने जहांआरा से निकाह नहीं किया था लेकीन वह अपने पक्ष में कोई ठोस सबूत नहीं दे पाए शायद इसी लिए यह इतिहासकारों ने लिखा है की शाहजहां ने अपनी बेटी जहांआरा से निकाह किया था।
मुगलों के समय में तो यह बात खुलकर सामने नहीं आई लेकीन मुगलों के जाते ही यह सच्चाई अंग्रेजो ने सबके सामने ला दिया और मुगल इतिहास के एक घृणित राज से पर्दा उठ गया।
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