वायरल बुखार के लक्षण क्या हैं

वायरल बुखार आजकल बहुत ही आम हो गया है और मौसम बदलने पर जिन भी लोगों की इम्यूनिटी कमजोर है उनको वायरल बुखार बहुत ही आसानी से हो जाता है।

हर साल लाखों लोग वायरल बुखार से पीड़ित होते हैं और यह काफी परेशान करता है।

वायरल बुखार होने पर डॉक्टर इसके लक्षणों के आधार पर इलाज शुरू करता है। आईए समझते हैं वायरल बुखार के लक्षण

वायरल बुखार के लक्षण

वायरल बुखार होने पर कुछ बहुत ही कॉमन लक्षण दिखाई देते हैं जिनकी सहायता से आप ये जान सकते हैं की मरीज को वायरल बुखार हुआ है जैसे

शरीर का बढ़ा हुआ तापमान

वायरल बुखार का सबसे बड़ा लक्षण शरीर का बढ़ा हुआ तापमान है। वायरल बुखार होने पर शरीर का तापमान 100°F तक या इससे ऊपर पहुंच जाता है।

यह बॉडी की सामान्य प्रक्रिया होती है इनफेक्शन से लड़ने की इसी वजह से शरीर का तापमान बढ़ जाता है।

सिर दर्द और शरीर दर्द

वायरल बुखार होने पर सिर दर्द और शरीर में तेज दर्द होता है।

प्रकाश और तेज आवाज से इरिटेशन होने लगती है और कुछ भी काम करने में शरीर में दर्द शुरू हो जाता है।

पूरा शरीर टूटता हुआ सा महसूस होता है और मांशपेशियों में दर्द बना रहता है।

थकान और कमजोरी

वायरल बुखार होने पर मरीज तो अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है।

हमारे शरीर का इम्यून सिस्टम वायरल इन्फेक्शन से लड़ने में बहुत सारी ऊर्जा खराब कर देता है जिसकी वजह से मरीज को थकान और कमजोरी महसूस होती है।

ऐसे में मरीज छोटे-छोटे कामों को करने में भी असमर्थ हो जाता है।

ठंड लगना और पसीना आना

वायरल बुखार होने पर ठंड लग कर पसीना आता है।

मरीज को ठंड लगती है और थोड़ी देर में पसीना आने लगता है इस वजह से मरीज को शरीर में कंपकपाहट सी महसूस होती है।

बुखार बढ़ने के साथ साथ ठंड और पसीना भी बढ़ता जाता है।

खांसी जुकाम और गला खराब होना

वायरल बुखार होने पर मरीज के श्वसन तंत्र में इन्फेक्शन हो जाता है जिसकी वजह से मरीज को खांसी, जुकाम और गला खराब होना जैसी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

स्तिथि गंभीर होने पर मरीज को सांस लेने में दिक्कत या निमोनिया भी हो सकता है।

पेट खराब होना

वायरल बुखार होने पर उल्टी, डायरिया और पेट में दर्द जैसे लक्षण भी दिखाई देते हैं।

हालांकी सभी में यह लक्षण नहीं दिखाई देते लेकिन अधिकतर मामलों में पेट दर्द, उल्टी या डायरिया के लक्षण दिख जाते हैं।

ऐसे में मरीज को लिक्विड अधिक लेना चाहिए ताकी मरीज की कंडीशन और खराब ना हो।

खुजली होना और लाल रंग के चकत्ते या धब्बे पड़ जाना

वायरल बुखार होने पर बहुत से मरीजों के शरीर में लाल रंग के चकत्ते पड़ जाते हैं।

इसके अलावा कई मरीजों को त्वचा में खुजली, त्वचा में जलन या दाने भी निकल आते हैं।

भ्रमित होना

वायरल बुखार होने पर मरीज की तंत्रिका तंत्र प्रभावित हो जाती है जिसकी वजह से मरीज भ्रमित या कन्फ्यूज रहता है।

उसको हर में उलझन या चिढ़ सी महसूस होती है और जरा जरा सी बात में परेशान हो जाता है।

कई बार स्तिथि बिगड़ने पर मरीज को दौरे भी पड़ने लगते हैं या मरीज कोमा तक में जा सकता है।

अन्य लक्षण

ऊपर लिखे गए लक्षणों के अलावा मरीज में अन्य लक्षण भी दिखाई देते हैं जैसे भूख ना लगना, कब्ज होना, शरीर में पानी की कमी हो जाना, टॉन्सिल का बढ़ जाना इत्यादि।

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