G6PD टेस्ट क्या है | G6PD Test in Hindi

G6PD एक एंजाइम होता है (G6PD Test in Hindi) जो रेड ब्लड सेल्स (RBC) को सुचारू रूप से कार्य करने के लिए बहुत जरूरी होता है।

ब्लड में G6PD एंजाइम की कमी होने का मुख्य कारण अनुवांशिक होता है। G6PD ब्लड टेस्ट के माध्यम से हम G6PD एंजाइम की कमी होने का पता लगाते हैं।

इसकी कमी होने पर मरीज को हीमोलिटिक एनीमिया (Hemolytic Anemia) हो जाता है।

G6PD का हमारे शरीर में काम – G6PD Test in Hindi

G6PD का फुल फॉर्म होता है Glucose 6 phosphate dehydrogenase और यह X क्रोमोसोम में स्तिथ होता है।

G6PD एक ऐसा अनुवांशिक रोग है जो पुरुषों (X Linked Genetic Disorder) को होता है हालांकि यह उन महिलाओं को भी होता है जिनमें प्रभावित जीन की एक कॉपी होती है।

G6PD का हमारे शरीर में मुख्य काम होता है रेड ब्लड सेल्स को जल्दी टूटने से बचाना या ओक्सीडेटिव स्ट्रेस से उनकी रक्षा करना।

G6PD फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से  रेड ब्लड सेल्स को बचाते हैं और यह इन्फेक्शन, दवाई, खास तरह के फूड्स आदि से रेड ब्लड सेल्स को होने वाले नुकसान से भी बचाते हैं।

G6PD की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स तेजी से टूटने लगते हैं और इस कंडीशन को हीमोलिसिस (Hemolysis) कहते हैं।

इसके कारण मरीज को एनीमिया हो जाता है और इस स्तिथि को हीमोलिटिक एनीमिया (Hemolytic Anemia) कहते हैं।

G6PD एंजाइम की कमी के लक्षण

थकान और कांतिहीन चेहरा

पीली त्वचा

सांस फूलना

अनियमित हृदय की धड़कन

डार्क रंग की पेशाब

शरीर में जगह जगह दर्द बने रहना

स्प्लीन (तिल्ली) का बढ़ जाना

कन्फ्यूज रहना

आंखे पीली हो जाता

बीमार रहना

G6PD एंजाइम की कमी होने का कारण

G6PD की कमी एक अनुवांशिक बीमारी होती है जो पुरुषों को ही होती है। लेकीन इसके होने के कुछ अन्य कारण भी होते हैं जैसे

दर्द निवारक दवाओं का सेवन

दालों का अधिक सेवन

मलेरिया की दवाई

कुछ तरह की एंटीबायोटिक के प्रयोग के कारण

बैक्टेरियल इंफेक्शन

वायरल इंफेक्शन

G6PD एंजाइम की कितनी मात्रा हमारे खून में होती है

G6PD एंजाइम की हमारे ब्लड में नॉर्मल वैल्यू को अधिकतर % में नापा जाता है। जैसे 

100% से 150% को नॉर्मल माना जाता है।

60% से 99% को यह माना जाता है की हल्की कमी है

10% से 60% को यह माना जाता है की G6PD एंजाइम की काफी कमी है

अगर वैल्यू 10% से कम आ रही हो तो इसे गंभीर माना जाता है और ऐसा होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

बहुत सी लैब रिर्पोट में वैल्यू भी देती हैं जैसे

5.5 units/gram से लेकर 20.5 units/gram को नॉर्मल माना जाता है।

G6PD एंजाइम की कमी होने पर ईलाज

G6PD का कोई ईलाज नहीं होता इसमें सिर्फ हेमोलिसिस को कम करने पर पूरा जोर रहता है।

मरीज को आयरन और फॉलिक एसिड से भरपूर भोजन खाने को बोला जाता है और एंटीऑक्सीडेंट दिए जाते हैं।

मरीज को अगर G6PD एंजाइम की अधिक कमी है तो डॉक्टर ब्लड ट्रांसफ्यूजन के साथ ऑक्सीजन थैरेपी भी देता है।

G6PD की कमी होने पर आपको कुछ खास तरह की दवाईयों से दूर रहने को बोला जाता है जैसे एंटीबायोटिक, एंटी मलेरियल, दर्द निवारक दवाएं और एंटी प्लेटलेट्स दवाएं।

G6PD टेस्ट की कीमत

G6PD टेस्ट की कीमत 600 रुपए के करीब होती है और हर शहर और लैब में यह कीमत अलग अलग हो सकती है।

क्या G6PD टेस्ट खाली पेट करवाना चाहिए

नहीं, G6PD टेस्ट कभी भी करवा सकते हैं और इसका खाली पेट या भरे पेट से कोई मतलब नहीं होता है।

हां अगर आप G6PD टेस्ट करवाने जा रहे हैं तो आपको एक दिन पहले एंटी प्लेटलेट्स दवाएं, एंटी बायोटिक, एंटी मलेरियल या दर्द निवारक गोलियां नहीं लेनी चाहिए क्योंकि ये दवाएं G6PD टेस्ट के परिणाम को प्रभावित कर सकती हैं।

G6PD टेस्ट बच्चों में क्यों करवाया जाता है

जिन बच्चों में पीलिया हो जाता है या वो बार बार बीमार पड़ते हैं या खून की कमी होती है तो उन बच्चों को G6PD टेस्ट करवाने के लिए बोला जाता है।

गर्भवती महिलाओं को G6PD एंजाइम की कमी होने पर बहुत अधिक ध्यान रखना पड़ता है नहीं तो गर्भ में पल रहे बच्चे को गंभीर नुकसान हो सकता है।

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